sayeri

 1दूनीया कि आजिब दास्ता है

मौत से लोग डरते है

ईसलिऐ जिंदेगीको मोहब्बत करते है

पर जिंदेगी मौत का सौदागर है

कब,किसे मौत का आईना दिखा दे

इहा किसको पाता है?

2फूरसत मिले आगर आपको तो 

हमे दुवा में याद राखना

वरना दिलके जमिनपर दाफना देना

ओर एक बुन्द आॅसू फि गिरा देना

वहा जो फुल खिलेगा 

उचे मेरि आखरि सालाम समझलेना।

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